जन पयज एक सवस मनवजञनक थ इनक जनम ईसव क सवजरलड म हआ थ आधनक यग म जञनतमक वकस क कषतर म सवजरलड क मनवजञनक जन पयज न करत पद कर द आज तक जञनतमक वकस क कषतर म शध एव अधययन कए गए उनम सबस वसतत और वजञनक रप स आदन जन पयज ज न कय
जन पयज न बलक क सजञनतमक वकस क गहरई स अधययन कय और मनव क मनसक वकस क वयखय सजञनतमक वकस क रप म क ह उसन सजञनतमक वकस क चर महतवपरण अवसथए बतई ह -
सवद गतक अवसथ (Sensory Motor Stage)
पयज क अनसर जनम स 2 वरष तक क आय क बलक अपन इदरय दवर परथमक अनभव परपत करत ह. पयज न इस कल क सवद गतक अवसथ कह ह. जनम स 30 दन तक क अवसथ म बलक कवल सहज करयए करत ह.
इन करयओ म कस भ वसत क मह स लकर चसन क करय सबस अधक परबल हत ह.
Trabalho de philippe starck biography1 स 4 मह क बचच क सहज करयए कछ सम तक उनक अनभतय दवर परवरतत हत ह, दहरई जत ह और एक दसर क सथ समनवत (Co-ordinate) हत ह. 4 मह स 6 मह क अवसथ म बचच वसतओ क सपरश करन और उनह इधर-उधर करन क अनकरय करत ह और सथ ह कछ ऐस अनकरय करत ह जनस उनह सख मलत ह.
6 मह क हत हत बचच दख गई वसत क अभव म भ उसक हन क जनन लगत ह.
8 मह स 12 मह तक क अवसथ म बचच उददशय और उसक परपत करन क सधन म अतर करन लगत ह और सथ ह अपन स बड क करयओ क अनकरण करन लगत ह. इस अवसथ म बचच ज सकम (Schema) अरथत वयवहर क सगठत पटरन सखत ह, उनक समनयकरण भ करन लगत ह.
12 स 18 मह क अवसथ म बचच वसतओ क गण क परयतन एव भल दवर सखकर गरहण करत ह. 18 मह स 24 मह क अवसथ म बचच दख गई वसत क अनपसथत म भ उसक असततव क समझन लगत ह.
परवसकरयतमक अवसथ (Pre-operational Stage)
पयज न सजञनतमक वकस क दषट स 2 सल स 7 सल क आय अवसथ क परव सकरयतमक अवसथ कह ह. इस अवसथ म 2 वरष क आय स 4 वरष क आय तक क बचच अपन इरद-गरद क वसतओ और परणय म तथ वसतओ और शबद म सबध सथपत करन लगत ह.
व यह सब परय अनकरण एव खल दवर सखत ह. पयज क अनसर 4 वरष तक क अवसथ क बचच सभ नरजव वसतओ क सजव परणय क रप म समझत ह.
इस उनहन जववद (Animism) क सजञ द ह. इस अवसथ म हन वल सजञनतमक वकस क दसर वशषत यह हत ह क बचच अपन वचर क सह मनत ह और व कछ ऐस समझत ह क सर दनय उनक इरद-गरद ह ह.
इस पयज न आतमकदरत (Egocentrism) क सजञ द ह. 4 वरष क आय स 7 वरष क आय तक क अवसथ म बलक भष सखन लगत ह और चतन एव तरक करन लगत ह, परत उनक चतन एव तरक म कई करमबदधतत नह हत.
6 वरष क आय पर करत-करत बलक म मरत सपरतयय क सथ-सथ अमरत सपरतयय क नरमण भ हन लगत ह.
पयज न 7 वरष स लकर 11 वरष तक क आय अवसथ क मरत सकरय अवसथ कह ह.
इस अवसथ क बचच अधक वयवहरक एव यथरथवद हत ह. इस अवसथ म बचच म तरक एव समसय-समधन क कषमत क वकस हन लगत ह, परत वह मरत समसयओ क समधन त ढढन लगत ह लकन अमरत समसयओ क वषय म नह सच पत.
इस अवसथ क बचच वसत क उनक गण क आधर पर करमबदध और वरगकत करन लगत ह, परत इस अवसथ क बचच क चतन म करमबदधत नह हत.
यह अवसथ 12 वरष क आय स वयसक हन तक क अवसथ ह.
12 वरष क हत हत बचच क मसतषक परपकव हन लगत ह. उनक चतन म करमबदधत आन शर ह जत ह और जस-जस उनक आय और अनभव बढत जत ह वस-वस उनक समसय समधन क कषमत भ बढत जत ह.
इस पयज न औपचरक सपरतयतमक चतन क सजञ द ह. पयज क अनसर इस आय क बचच परतकतमक शबद, रपक एव उपमन क आशय भ समझन लगत ह और अमरत परतयय क नरमण म ऊच ऊच उडन भरन लगत ह.
पयज क अनसर सपरतयय नरमण क यह करय मनषय क जवन म अनवरत रप स चलत ह, परत इसक आकर एव सतर उनक शकष एव अनभव पर नरभर करत ह.
अनकलन: पयज क अनसर बलक म वतवरण क सथ समजसय सथपत करन क जनमजत परवतत क आदलन कहत ह य अनकलन क उपकरयय ह
आतम सतकरण: आतमसत करण स अभपरय ह क वह बलक अपन समसय क समधन करन क लए हथव वतवरण क सथ समनय सथपत करन हत परव म सट गए करयओ क सहर लत ह
समयजन: समयजन क अतरगत परव म सख गई करयए कम म नह आतबलक इसम बलक अपन यजन और वयवहर म परवरतन लकर वतवरण क सथ समजसय सथपत करन क कशश करत ह
समय धरण: इस परकर क परतयय अनकलन स मलत जलत ह समय धरण म बलक आतमसत करण व समयजन क बच सतलन सथपत करत हसमय धरण परतयय म बलक आतम सतकरण वह समयजन दन क परयग करत ह
सरकषण: सरकषण स अभपरय वतवरण म परवरतन तथ सथरत क पहचनन व समझन क कषमत स हकस वसत क रप रग म परवरतन क उस वसत क ततव म परवरतन स अलग करन क कषमत स
सजञनतमक सरचन: कस भ बलक क मनसक सगठन य मनसक कषमतओ क सट क सजञनतमक सरचन कहत ह
मनसक सकरय:- बलक दवर कस समसय क समधन पर चतन करन मनसक सकरय करन जत ह
सकमस: वयवहर म सगठत पटरन म क जस आसन स दहरय ज सकजस कर चलन क क लए करय सटरट करन गयर लगन सपड दन आद
सकम: सकम स ततपरय स मनसक सरचन स ह जसक समनयकरण कय ज सक
वकदरकरण: कस भ वसत य चज क बर म वसतनषट य वसतवक ढग स सचन क कषमत वकदरकरण कहलत ह पररभ म बलक ऐस नह सचत परत 2 सल क हत हत ह वसत क बर म वसतवक ढग स सचन लगत ह
पयज क सजञनतमक सदधनत क शकषक उपयग नमन ह-